मेरा मन कुछ कहता है,
निरंतर मष्तिष्क को झंझोड़ता है,
विचारों के मंथन से नए विचार आते हैं ,
उनकी अभिव्यक्ती कर रहा हूँ,
आवश्यक नहीं है कि पाठक मेरे विचारों से सहमत हो(सर्वाधिकार सुरक्षित )
Wednesday, March 7, 2012
निरंतर कह रहा .......: भला किसी का अगर करते हो
निरंतर कह रहा .......: भला किसी का अगर करते हो: ये ना समझना भला किसी का अगर करते हो तो बहुत बड़ा काम करते हो भला किसी का करो तो खुद का भी भला होता है इश्वर प्रसन्न ह्रदय संतुष्ट मन तृप्...
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