मेरा मन कुछ कहता है,
निरंतर मष्तिष्क को झंझोड़ता है,
विचारों के मंथन से नए विचार आते हैं ,
उनकी अभिव्यक्ती कर रहा हूँ,
आवश्यक नहीं है कि पाठक मेरे विचारों से सहमत हो(सर्वाधिकार सुरक्षित )
Tuesday, November 22, 2011
जात,पात,धर्म,भाषा और प्रांत
जात,पात,धर्म,भाषा और प्रांत की बात पर विश्वास रखना फिर आपस में प्रेम भाई चारे की बात करना , मिथ्या आशा और विचार है 22-11-2011-36
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